गुमानी पंत वाक्य
उच्चारण: [ gaumaani pent ]
उदाहरण वाक्य
- खड़ी बोली के पहले कवि गुमानी पंत भी अल्मोड़ा में ही पैदा हुए।
- गुमानी पंत भी क्षेत्रीय भाषाओं से होते हुए हिंदी और संस्कृत तक पहुंचे थे।
- गुमानी पंत कुर्मांचल में खड़ी बोली को काव्य रूप देने वाले प्रथम कवि हैं।
- साहित्य में उनका मुख्य विषय गुमानी पंत की कृतियो के विष्लेषण से सम्बन्धित ही रहा।
- गुमानी पंत (जन्म: फरवरी १७७०-) संस्कृत और हिन्दी के कवि थे ।
- प्रसिद्ध कवि गुमानी पंत और पहाड़ी चित्रकला के मशहूर चितेरे मौलाराम ने यहीं पर कला साधना की.
- मोलाराम तोमर के ‘गढ़वाल राजवंश का इतिहास ' से लेकर कवि गुमानी पंत की कविताओं तक कई जगह इसका विवरण मिलता है.
- मोलाराम तोमर के ‘ गढ़वाल राजवंश का इतिहास ' से लेकर कवि गुमानी पंत की कविताओं तक कई जगह इसका विवरण मिलता है.
- साहित्य सर्जन में जहाँ हर राज्य ने अपना सफल योगदान दिया है वहीं उत्तराखंड़ की सरजमीं से गुमानी पंत, सुमित्रानंदन पंत, शैलेश मटियानी जैसे अनेक साहित्य पुरोधाओं ने भी जन्म लिया।
- डॉ. भगत सिंह के अनुसार कुमाँऊनी में लिखित साहित्य की परंपरा १९वीं शताब्दी से मिलती हैं और यह परंपरा प्रथम कवि गुमानी पंत से लेकर आज तक अविच्छिन्न रूप से चली आ रही है।
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